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Thursday, September 22, 2016

इन्टरनेट साईट पर रचनाएँ

#bnmthoughts
21-09-2016:
मैंने अपनी खुशी अपनी पत्नी से जाहिर की, "देखिये आज फलां साइट पर मेरी रचनाओं को हजार से अधिक लोगों ने पढ़ा।"
पत्नी पूछी, "कितना पैसा मिलेगा?"
मैंने कहा, "कुछ नही, बस लोग प्रशंसा करेंगे, जानेंगे, यही क्या कम है?"
"जानने और समझने से भूख नहीं मिटती है।"
मैं न खुश हो सका और न मायूस। क्या कहेंगे इस भाव को!!!

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