#BnmRachnaWorld
#poem#patriotic#sardarpatel
03-10-19 को जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र की बैठक सरस्वती शिशु मंदिर, कदमा में हुई थी। उसमें कश्मीर का विलय दिवस, जो 26 अक्टूबर को मनाया जाता है, और 31 अक्टूबर, सरदार पटेल के जन्मदिन को एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, और इसी दिन जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के पुनर्गठन की आधिकारिक घोषणा भी हुई, सारे दिवसों को सम्मिलित रूप से मनाया गया। मैंने सरदार पटेल पर लिखी अपनी कविता सुनाई, जिसे आप सरदार पटेल के जीवन वृत्तों का अवलोकन करते हुए सुनें।
सरदार पटेल पर कविता!
हे भारतभूमि की एकता के सूत्रधार,
है नमन तुझे मेरा शतबार!
कर्मपथ पर सजग,
जन की ब्यथा को अंदर समेटे,
यह कौन है, जो सुन रहा लोगो को,
लोगों के बीच जाकर ,
सेवा का समभाव, समरसता,
स्नेहसिक्तता को लपेटे।
वह कर्मयोगी, लक्ष्य का संधान करता
वह लोकसेवी रूप धर है प्राण भरता।
वह जहां जाता, एक नव संसार रचता,
वह जनहित की समस्याओं का निरंतर निदान करता।
हे निष्काम सेवा व्रती,
हे मानवता के ध्वजा वाहक,
हे जन जन के ह्रदय वासी,
हे वीर वसुंधरा के जननायक।
हे स्वातंत्र्य वीर, किसान आंदोलन का किया आयोजन
अंग्रेजों के दमन कानूनों के खिलाफ खड़ा किया संगठन।
अंग्रेजो को झुकाया, खेड़ा के किसानों का कर माफ करवाया,
आजादी के संघर्ष में अपना दे योगदान, देश का फर्ज निभाया।
हे लौह पुरुष, हे निर्णायक,
भारत के भाग्य - विधायक।
तूने रियासतों का किया भारत भूमि में विलय,
तेरी दृढ़ता से भारत बना अखंड, अजय।
जम्मू कश्मीर का विलय रह गया था अधूरा,
जिसे वर्तमान में मोदी सरकार ने किया पूरा।
यह सरदार की प्रेरणा ही हुई आज साकार,
भारत माता पुत्रों पर बरसा रही स्नेह धार।
आज हम विनयावनत हो, याद करते आपका प्यार,
अपनी आग जगाने को, समर्पित करते हैं उद्गार।
आपकी सद्प्रेरणा से आलोकित रहे हमारा संसार!
भारत रहे अखंड अभेद बने विश्व का खेवनहार।
हे सरदार, है नमन तुझे मेरा शतबार!
है नमन तुझे मेरा शतबार!
©ब्रजेंद्रनाथ
यूट्यूब लिंक: https://youtu.be/3B0zdsWbwsY
#poem#patriotic#sardarpatel
03-10-19 को जम्मू कश्मीर अध्ययन केंद्र की बैठक सरस्वती शिशु मंदिर, कदमा में हुई थी। उसमें कश्मीर का विलय दिवस, जो 26 अक्टूबर को मनाया जाता है, और 31 अक्टूबर, सरदार पटेल के जन्मदिन को एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है, और इसी दिन जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के पुनर्गठन की आधिकारिक घोषणा भी हुई, सारे दिवसों को सम्मिलित रूप से मनाया गया। मैंने सरदार पटेल पर लिखी अपनी कविता सुनाई, जिसे आप सरदार पटेल के जीवन वृत्तों का अवलोकन करते हुए सुनें।
सरदार पटेल पर कविता!
हे भारतभूमि की एकता के सूत्रधार,
है नमन तुझे मेरा शतबार!
कर्मपथ पर सजग,
जन की ब्यथा को अंदर समेटे,
यह कौन है, जो सुन रहा लोगो को,
लोगों के बीच जाकर ,
सेवा का समभाव, समरसता,
स्नेहसिक्तता को लपेटे।
वह कर्मयोगी, लक्ष्य का संधान करता
वह लोकसेवी रूप धर है प्राण भरता।
वह जहां जाता, एक नव संसार रचता,
वह जनहित की समस्याओं का निरंतर निदान करता।
हे निष्काम सेवा व्रती,
हे मानवता के ध्वजा वाहक,
हे जन जन के ह्रदय वासी,
हे वीर वसुंधरा के जननायक।
हे स्वातंत्र्य वीर, किसान आंदोलन का किया आयोजन
अंग्रेजों के दमन कानूनों के खिलाफ खड़ा किया संगठन।
अंग्रेजो को झुकाया, खेड़ा के किसानों का कर माफ करवाया,
आजादी के संघर्ष में अपना दे योगदान, देश का फर्ज निभाया।
हे लौह पुरुष, हे निर्णायक,
भारत के भाग्य - विधायक।
तूने रियासतों का किया भारत भूमि में विलय,
तेरी दृढ़ता से भारत बना अखंड, अजय।
जम्मू कश्मीर का विलय रह गया था अधूरा,
जिसे वर्तमान में मोदी सरकार ने किया पूरा।
यह सरदार की प्रेरणा ही हुई आज साकार,
भारत माता पुत्रों पर बरसा रही स्नेह धार।
आज हम विनयावनत हो, याद करते आपका प्यार,
अपनी आग जगाने को, समर्पित करते हैं उद्गार।
आपकी सद्प्रेरणा से आलोकित रहे हमारा संसार!
भारत रहे अखंड अभेद बने विश्व का खेवनहार।
हे सरदार, है नमन तुझे मेरा शतबार!
है नमन तुझे मेरा शतबार!
©ब्रजेंद्रनाथ
यूट्यूब लिंक: https://youtu.be/3B0zdsWbwsY
No comments:
Post a Comment