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Sunday, September 30, 2018

अमेरिका डायरी, इरवाइन, यू एस ए में 30 वाँ, 31 वाँ दिन (Day 29,30)

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02-08-2018, इरवाइन, यू एस ए में 30 वाँ दिन (Day 30):
आज शाम में हमलोग Costco स्टोर गए। यह स्टोर उचित दाम पर सामानों के bulk purchase के लिए जाना जाता है। यहाँ की गुणवत्ता काफी अच्छी है। इसलिए यहाँ से कम वसा वाली दूध, दही लेने के बाद वॉल मार्ट के स्टोर गए, जो इसी कैम्पस यानि Alton Market प्लेस में ही दूसरी ओर है। वहाँ भी हमलोग की नज़र clearance sale पर गयी, काफी सामान हटा लिए गए थे। लेडिज सेक्शन में ज्यादा कपड़े उपलब्ध थे।
मैने सिंह (Lion) के मास्क या मुखौटा मेरे पोते को लगा दिया गया। वह खूब हँसा। उसके साथ उसकी तस्वीर भी उतारी गयी। अब उन मुखौटे को उतार कर रखने लगे, तो उसने जो रोना शुरु किया, तो चुप होने का नाम ही नहीं ले रहा था। रास्ते भर कार में रोता रहा। घर पहुँचकर ही शान्त हुआ।
हमलोगों ने आज सैंडविच, मक्खन, एभोकैडौ (Avocado, a type of fruit) मयोनीज के साथ खाए। इसे खाने में एक नया अनुभव हुआ। इसमें वसा की मात्रा मक्खन के कारण बढ़ गई थी। बिना मक्खन के भी इसे खाया जा सकता है।
क्रमश:

03-08-2018, इरवाइन, यू एस ए में 31 वाँ दिन (Day 31):
कभी-कभी जब आप ड्राइव पर निकल जाने के बाद तय करते हैं, कि चलो किसी नए गन्तब्य की ओर चलते हैं, तो गूगल मैप पर आप ऐसी नई मंजिल को चुनते हैं और जब उस ओर चल पड़ते हैं, तो लगता है, अरे यह तो वही पुरानी जगह है, जहाँ हमलोग भीड़-भाड़ के कारण जाने को स्थगित करते रहे।
आज कुछ ऐसा ही हुआ। ड्राईव पर निकल पड़ने के बाद एक नए पार्क का स्थान निर्धारित कर, गूगल मैप से GPS पर डालकर उसी ओर ड्राइव पर चल दिये। जब उस ओर काफी दूर बढ़ चुके, तो लगा कि यह तो Laguna Beach की ओर जा रहे हैं। वस्तुत: हमलोग जिस पार्क को नया समझकर, उसे मंजिल के रूप में चयनित किए थे, वह पार्क Laguna Beach के ऊपर ही था। इसतरह Laguna Beach की यात्रा बाई डिफाल्ट हो गई। कार के स्टीरियो सिस्टम पर गाना चल रहा था, "यही तो उमर है, कर ले गलती से मिस्टेक,,,"
Laguna Beach, दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया के Orange County में एक सनुद्र्तटीय रेसोर्टों वाला शहर है। जरीब 23000 आबादी वाला यह शहर कला और साहित्य के केन्द्र के रूप में जाना जाता है। ऐतिहासिक तथ्यों पर अगर रोशनी डालें, तो कहा जायगा कि यह जगह Paleo Indians और Tongva मूलवासियों का निवास स्थान था, जो एक समय मैक्सिको का हिस्सा बना। 1848 ई में मैक्सिको-अमेरिकन लड़ाई के बाद यह अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य का हिस्सा बन गया।
यह शहर, शहरी आपाधापी और अधिकृत कब्जा से महफूज इसलिए रह पाया, क्योंकि राश्ट्रीय उच्च पथों से कम से कम जुडते हुए, तीन ओर से पहाड़ों और समर्पित हरा भरा सुरक्षित क्षेत्र (Dedicated green belt) से घिरा हुआ है। Laguna Beach का 5.88 miles(9.46 km), का समुद्र तट जल प्राणी के सुरक्षित क्षेत्र के रूप में और साथ ही करीब 2 किमी क्षेत्र राज्य के Conservation क्षेत्र के अधीन है।
Laguna Canyon 1841 ई में मैक्सिकन Land Grant Map में Glen of Lagoons में लिखा गया। 1864 ई में भीषण अकाल के समय इसके पूर्व मालिक ने इसे James Irvine को बेच दिया। इसतरह यह Irvine का हिस्सा बन गया।
1880 ई के आस पास यहाँ पर निवासियों की संख्या बढ़ी। 1904 ई तक जब यहाँ पोस्टल सेवायें स्थापित हुईं थी, यह शैलानियों के आकर्षण का केंद्र बन गया था। यहाँ, इस शहर के एकान्त लम्बे तटीय फैलाव और पहाडों के सौंदर्य ने Wlliam Wendt, Frank Cuprien और Edgar Payne जैसे सौन्दर्य प्रेमी चित्रकारों इतना आकर्षित किया कि वे यहीं बस गए। उन लोगों ने Laguna Beach Art Association की स्थापना की, जहाँ 1918 में पहली Art Gallery खुली। बाद में यही Laguna Beach Art Museum बना। Hollywood से समीपता के कारण यह फिल्मों की शूटिंग के लिये एक आदर्श लोकेशन बन गया। इसीलिए निर्देशक। अभिनेता और फिल्मों में काम करने वाले अन्य लोग काफी दिनों तक यहाँ के Arch Beach Tavern, जो Moss Street के हिल साइड के ऊपर स्थित है, ठहरा करते थे। चित्रकारों, फोटोग्राफरों, फिल्मकारों और लेखकों की निरंतर उपस्थिति के कारण Laguna Beach क्रीयेटिव लोगों का खास वास-स्थान बन गया।
यह Hippie Cultural Movement का भी केंद्र रहा है। हिप्पी फैशन और संस्कृति, जिसने धार्मिक और सांस्कृतिक समन्वय के साथ खुलेपन को जिसतरह से 1960 के दशक में फैलाया, उससे पूर्वाध्यात्मिक और उदारवादी दार्शनिक सिद्धांतों को स्थापित करने में काफी मदद की।
"उत्सव रजनीश ध्यान केंद्र" भी Laguna Canyon Road पर स्थित आध्यात्म गुरु ओशो रजनीश के द्वारा स्थापित अमेरिका का ऐसा अन्तिम समुदाय था। यहाँ ISCON (Inernational Shrikrishna Consciousness) का भी एक आध्यात्मिक केंद्र हमने देखा।
Laguna Beach पर आने की योजना मेरे निर्धारित कार्यक्रम(Itinery) में रहने के बावजूद भी सप्ताहांत में अधिक भीड़-भाड़ के मद्देनजर कार्यक्रम को स्थगित करते रहे। लेकिन आज अचानक ही इधर आना हो गया, जिसकी कहानी मैं पहले वर्णित कर चुका हूँ। कार से काफी घूमने के बाद हमलोग वहाँ पहुँचे, जहाँ यह सड़क, समुद्र तट के समानांतर सड़क से मिलती है। पार्क तो दिखा, परन्तु वहां पार्किंग स्पेश नहीं मिला। हमारे भारत में जैसे सड़क पर कार रोककर सबों को उतार दिये और फिर गाड़ी को दूर ले जाकर जहाँ स्थान मिले वहाँ पार्क कर दिये, ऐसा भी यहाँ नहीं किया जा सकता। यह नियम विरुद्ध है। ऐसा करते हुए आप दूसरे वाहनों के परिचालन में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं, ऐसा माना जायेगा और आप पर जुर्माना लगाकर आपको दंडित किया जा सकता है। काफी चक्कर लगाते हुये हमलोग एक सीधी उतराई वाली सीधी सड़क से गुजरे, जिसकी तस्वीरें मैने यहाँ पर डाली हैं। आप अवश्य देखियेगा और अपने विचारों से अवगत कराइयेगा। अन्ततः समुद्री तट से दूर सड़क के समानतार चिन्हित स्थान पर कार पार्क की गयी। वहाँ से पैदल हल्की उतराई की स्थिति से गुजरते हुए करीब बीस मिनट में उसी पार्क तक पहुँचे, जिसे हमलोगों ने गूगल मैप पर सेलेक्ट किया था।
यहाँ पहुँचते-पहुँचते शाम का अन्धेरा घिरना शुरु हो चुका था। इस अन्धेरे में भी बिजली की चौन्धियाती रोशनी से धुली वारिद-कन्या श्यामल ओढ़नी ओढे एक नीलवर्णी लावण्या-सी लग रही थी। उदधि का ऐसा रूप, ऐसा अद्भूत सौंदर्य का प्राकट्य मैने पहले कभी नहीं अनुभव किया था। मैने इसी संदर्भ को कई दूसरे कोणों से कल्पना को समेटते हुए एक कविता लिखी है, जो नीचे दी गई है।
मैने तस्वीरें लीं। करीब डेढ़ घन्टे तट पर और पार्क में बिताये। हमलोगों ने यहाँ के साफ-सुथरे रेस्ट रुम का भी उपयोग किया। तट पर खुले पाँव, शॉटस में तन्वन्गी सुंदरियाँ, समुद्र की लहरों को छूकर आती ठंढी हवाओं में गर्मी की सिहरन-सी लग रही थी। सडक के किनारे घूमते हुए एक ओर जलपान गृहों से समुद्री मछली के तले जाने की गन्ध के साथ शराब की मिली-जुली गन्ध नाक में घुस रही थी। सडक के किनारे की पगडंडी पर भीड़-भाड़ थी, जो मुंबई के जुहू या कोलाबा बीच के जैसा दृश्य उपस्थित कर रहा था।
रात पूरी तरह घिरनी शुरु हौ गई थी। ट्रैफिक कुछ कम होने जैसा लगा। हमलोगों ने वापस घर चलने का निर्णय लिया। आधे घन्टे ड्राइव के बाद ही घर आ गए।

आज शाम आ पहुंचे हम बीच लगूना
शैलानियों की लम्बी कतारें लगी हैं यहाँ।

नीले गगन का ऊपर बितान है तना
नीचे वारिधि - जल में नीला रंग है सना।

उठती गिरती तरंगों का तट पर बिखराव
यौवन - उफान भी एक दिन पाता ठहराव।

जल राशि में खेलती डोलती है एक सुन्दरी
ज्यों समुद्र तल से कोई निकली हो जल परी।

रंग बदल रहा उदधि का अब उतर रही शाम।
सूरज थककर पश्चिम क्षितिज मे पाता विश्राम।

चारू -चन्द्र -चंचल- किरण भुज -बँध खोलती
उग आये हों चांद कई, उल्लास रस घोलती।
ब्रजेन्द्रनाथ
क्रमशः 

Friday, September 28, 2018

अमेरिका डायरी, इरवाइन, यू एस ए में 28 वाँ, 29वाँ दिन (Day 28, 29)

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31-07-2018, इरवाइन यू एस ए में 28वाँ दिन (Day 28)
San Diego Creek
आज शाम हमलोग पास के पार्क में गए। यह पार्क मेरे निवास स्थान से सबसे निकट है। इस पार्क के बारे में मैने पहले भी चर्चा की है। यहाँ लान टेनिस के दौ मैदान और बास्केट बॉल का एक मैदान है। साथ ही पार्टियाँ करने के लिए एक शेड भी है। बच्चों के लिये झूले और स्लाइड भी हैं। बच्चों के प्ले एरिया से पश्चिम उत्तर - दक्षिण में लम्बा फैलाव लिए घास का खुला मैदान है। इसमें बच्चे दौड़ लगाते हैं। जो अपने पेट, खासकर कुत्तों के साथ आते हैं, वे उनके संग खेलते हैं।
इसी पार्क के उत्तरी-पूर्वी छोर पर San Diego Creek बहती है। Creek के किनारे घूमने के लिये पार्क के उत्तरी ओर से कोई निकास द्वार नहीं है। इसलिए मैं और पत्नी पार्क के पूरबी ओर
से निकलकर बाएँ पगडंडी के रास्ते मुड़ते हुए आगे बढ़े। 200 मीटर चलने के बाद Creek के किनारे के bicycle पथ से होते हुए पश्चिम की ओर मुड़ गए।
मैं बार-बार creek शब्द का प्रयोग कर रहा हूँ। इसका अर्थ ढूढ़ने के लिए जब मैने शब्द्कोश की सहयता ली, तो पता चला कि इसका अर्थ होता है, छोटी नदी या नाला। Creek शब्द का चलन अमेरिका में अधिक है। यह छोटी नदी बहकर बड़ी नदी में या खाड़ी में मिल जाती है। कह सकते हैं कि यह बड़ी नदी की tributary या सहायक नदी कहलाती है। हमलोग San Diego Creek के किनारे बनी करीब 12-14 फीट चौड़ी सड़क से पश्चिम की ओर निकल चले। सूर्य की अस्ताचलगामी रश्मियाँ हमारे चेहरे पर पड़ रही थी। यह रास्ता सिर्फ पैदल चलने वालों, धावकों या साईकिल चालकों के लिए ही है। इसमें आधिकारिक आदेश से पावर चलित गाड़ियों का परिचालन वर्जित है।
इस creek (छोटी नदी) के बारे में मैने जानने की कोशिश की। 19वीं शताब्दी से पहले San Diego Creek बेसिन बढ़े हुए घास आउर मौसमी दलदली भीन्गी जमीन से भरा था। जाड़े के समय Santa Ana और San Joaquin पहाड़ों से ढरकते हुए पानी के बाढ़ से भर जता था और बसंत ऋतु में बाढ़ का यह पानी पश्चिम की ओर बहकर Santa Ana River में मिल जाता था।
उससमय इस क्रीक का कोई निर्धारित पथ नहीं था। यह घाटी के गड्ढों और दलदल से जुड़ा था। Santa Ana River जो Orange County का मुख्य जल श्रोत है, वह कभी-कभी San Diego Creek के नीचले हिस्से से होकर बहते हुए New Port Bay में मिल जाता था। 2000 वर्ष पहले यह घाटी Tongva Native American का निवास स्थान था, जो Red Hill, अभी का Tustin क्षेत्र, में निवास करते थे।
आगे और जानेंगें San Diego Crek के बारे में,,,
क्रमशः
01-08-2018, इरवाइन, यू एस ए 29 वाँ दिन (Day 29):
पिछली डायरी के पन्ने से San Diego Creek के इतिहास में झाँक लेने के बाद, चलिये उसकी वर्तमान स्थिति के बारे में जानने की कोशिश करते हैं। कहा जाता है कि नदियों के इतिहास का पन्ना खोलना, एक पूरी सभ्यता के विकास की यात्रा को सामने खोलकर रख देता है। San Diego Creek, 16 मील (26 की मी) तक शहरों से होकर गुजरता हुआ जल पथ है, जो Orange County से होते हुए Upper New Port Bay में विलीन होता है। इसका समूचा जलपथ करीब 112 .2 वर्गमील क्षेत्र, जिसमें Irvine, Tustin, Costa Mesa जैसे आठ कस्बों से होते हुए गुजरता है। इसके बाद Laguna Woods से होते हुए यह Creek उत्तर-पश्चिमी ओर मुड़कर Peters Canyon Wash में मिलकर, अचानक दक्षिण-पश्चिम खाड़ी की ओर मुड़ जाता है। ऊपरी New Port Bay में मिलने से पहले बाईं किनारे में Bonita Creek से मिलते हुए New Port Bay मन मिल जाता है।
Creek के दोनों किनारों का काफी हिस्सा Concrete द्वारा मजबूत कर दिया गया है। यह अपने मुहाने तक आते-आते बहुत से पेड़-पौधों और जीव जन्तुओं को वास स्थान प्रदान करता है।
San Diego Creek का जलोत्सारण क्षेत्र New Port Bay, जो दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया के सबसे बड़े मुहानों में से एक है, के विस्तार-क्षेत्र का 80%हिस्सा है।
सूखे मौसम यानि जुलाई से सितम्बर तक 8/15 Cub ft/Sec और बरसात ( अक्टूबर से मार्च तक), के समय 61 Cub ft/ होता है। सबसे अधिक 43,500 Cub ft/sec बहाव Dec 6, 1997 मेँ हुआ था।
आज शाम को ही मैने इसी पार्क के हरे मैदान में बच्चे और उनके माता-पिता गोलबंद होकर कुछ कर रहे थे। मैं भी उसमें शामिल हुआ तो देखा कि बच्चों को कुछ आसान -सा बिना कोई वाह्य उपकरण का प्रयोग किए दिमागी खेल खेलाया जा रहा था। उसी समय एक नौजवान एक बॉक्स लाये। उस बॉक्स को यहाँ खोलने पर देखा गया कि उसमें बांसुरियाँ भरीं थी। उन्होने बांसुरियाँ निकाली और बच्चों में बाँट दी। अब उन्होने बच्चों को बाँसुरी से सुर निकालने के लिये बताया। बच्चों ने भी संगीत के सुर सा रे गा मा,,,,ध्वनि कैसे निकालनी है, इसका अभ्यास किया।
मैनें भी अपनी एक कविता बच्चों और उनके अभिभावकों को सुनाई, जिसकी उन्होने काफी प्रंशसा की। मुझे पता चला कि यह आयोजन हर बुधवार को किया जाता है, ताकि बच्चों में भारतीय संस्कारों के बीज को रोपा जा सके। यह प्रयास मुझे बहुत अच्छा लगा। क्रमश:

Monday, September 24, 2018

अमेरिका डायरी, इरवाइन, यू एस ए में 26 वाँ और 27 वाँ दिन (Day 26, 27)

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29-07-2018, इरवाइन यू एस ए में 26 वाँ दिन (Day 26)
आज के पन्ने मेँ दिन के रूटीन से कुछ खास डालने को नही है।
हमलोग आज यहाँ के 99 सेन्ट स्टोर गए। कहा तो जाता है कि इस स्टोर में सबकुछ 99 सेन्ट में ही मिलता है, लेकिन ऐसा है नहीं। हाँ जन्मदिन के आयोजन सम्बन्धी सामान, जैसे बर्थडे baloons और गिफ्ट आदि समान सस्ते अवश्य है।
आज यहाँ के wholesome choice की एक स्टोर में जाना हुआ। यह एक अन्तरराष्ट्रीय स्पेशियलिटी स्टोर चेन का एक स्टोर है जो दुनिया में उल्लेखनीय, शानदार, विशिष्ट Ethnic food और परम्परागत grocery सामानों के लिए मशहूर है। यहाँ भारतीय एएम पी और यू पी के गेंहूं से बना चक्की आंटा, चावल और किराना के अन्य सामानों के साथ हल्दीराम, बिकाजी की नमकीन और मिठाइयाँ भी उपलब्ध हैं। भारतीय ब्यन्जन में प्रयुक्त होने वाली सब्जियाँ जैसे भिण्डी, बैंगन, लौकी, पालक सहित सलाद में प्रयुक्त गाजर, खीरा भी मिल रहा था।
वहाँ की खरीददारी के बाद हमलोग Ralph's स्टोर गए। वहाँ से चीनी, दूध आदि खरीदे गए। दिनचर्या यहाँ समाप्त होती- सी लगी , लेकिन साहित्य -चर्या अभी और कुछ लिखवाने को उकसा रही थी।
मन मेँ कल के Balboa Island के भ्रमण के बाद, कुछ और जानने की उत्कण्ठा ने फिर से इसके इतिहास के पन्नों को पलटने के लिये ब्यग्र किया। हम कल जान चुके थे कि Balboa Island की खोज 1513 ई मेँ योरोप के प्रशांत महासागर की यात्रा पथ की खोज का परिणाम था। Balboa Island, जो कीचड़ वाली दलदली मिट्टी से बनी भूमि से घिरी थी, उससे आज की Newport Beach को निकालने और निखारने का काम 1860 ई मेँ James Mc Fadden और उसके भाई Robert, जिन्होने Newport Beach के समुद्री इलाके का बड़ा हिस्सा खरीद लिया था, के द्वारा किया गया था। उन्होने ही Balboa Island और Newport Harbour के दूसरे द्वीपों के बालू के बीच (beach) को विभाजित कर प्रॉपर्टी के रूप में बेचना शुरु किया।
उनलोगों ने Balboa Peninsula और Newport Beach के townsite को एक मछली मारने वाले घाट (wharf) के रूप में विकसित किया। 1860 ई के अन्तिम दशक मेँ पशुचर्म, चर्बी और सूखी घास और दूसरी वस्तुओं के निर्यात के लिए इस खाड़ी का उपयोग किया जाने लगा। सितम्बर 1870 ई में Captain Samuel S Dunnels के steamer Vaquero से काठ के कुंदों को उतारने में लगाया गया। इसके लिए उन्होने एक छोटे घाट (wharf) का निर्माण आज के पश्चिमी किनारे पर जो Highway और Newport Bay bridge के पास है, किया।
Mc Fidden के भाइयों ने 1875 ई मेँ 19 साल तक इस ब्यवसायिक जहाजरानी ब्यापार केंद्र का परिचालन किया।
हलाँकि यह खाड़ी एक हार्बर का रूप नहीं ले सका था, इसलिए Mc Fidden के भाइयों ने जहाजरानी के ब्यवसाय को समुद्र की सतह तक लाने के लिए बालू के ऊपर एक Pier यानि सेतुबंध का निर्माण किया। यह स्थल Santa Ana River के मुहाने के शान्त जल के प्रवाह मेँ Great White Shark के जन्म लेने और पोषण के लिए आदर्श जगह थी। Mc Fadden का यह घाट 1888 ई मेँ रेल से Santa Ana से जुड़ गया। इसतरह यहाँ एक शहर विकसित हुआ। बाद में 1899 ई मेँ फ़ेडरल सरकार ने San Pedro नामक नए हार्बर के निर्माण के लिए राशि आबंटित की। यह दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया का बडा बन्दरगाह बन गया।
इसीलिए Mc Fadden wharf और रेलखंड को Southern Pacific Railroad को उसी साल बेच दिया। इसतरह Newport Bay के ब्यवसायिक जहाजरानी केंद्र के रूप में विकसित होने पर पूर्ण विराम लग गया। अब यह शैलानियों के लिए White shark watching के लिए एक समुद्री तट के रूप में ही रह गया।
आगे क्या हुआ आगे के पन्ने में पढ़ें,,,,
क्रमशः

30-07-2018, इरवाइन, यू एस ए में 27वां दिन (Day 27)

आज शाम को निकटवर्ती "Oak Creek Community Park " जाना हुआ। यह 12 एकड़ मेँ फैला हुआ बड़ा पार्क है। खेल की बहुत अच्छी सुविधा है।
इसमें खेल के दो बड़े मैदान हैं। दोनो मैदानों में एक मैदान छोटा है, जिसमें फूटबाल के खिलाड़ी खेल का अभ्यास करते हैं।
दूसरा मैदान बड़ा है। उसमें फ्लड लाईटस के बड़े बड़े मास्ट लगे हैं। रात मेँ भी इसमें मैच खेले जा सकते हैं।
बच्चों के लिये स्लाईड और स्वीन्ग लगे हैं। पिकनिक मनाने के लिये Barbecue की भी सुविधा है। Barbecue एक चौकोर oven या चूल्हा होता है, जिसे गैस या चारकोल के द्वारा गर्म किया जा सकता है। ग्रिल के ऊपर हॉट डॉग या मांस के टुकड़े को रखकर गर्म किया जा सकता है। इस तरह उसे खाने के लिये उपयुक्त बनाया जाता है। इससे पिकनिक के समय लोगों का आनंद दुगना हो जाता है।
चारो तरफ हरे-भरे पेड़ लगे हैं। इन पेड़ों मे कोई भी पेड़ फल देने वाला जैसे अमरूद, आम या जामुन का नहीं है। ऐसे पेड़ तो अपने देश में ही नजर आते हैं। हरी घास के मैदान मेँ घास करीने से काटी हुयी है। बड़े फ्लड लाईट वाले मैदान के पास ही रेस्ट रुम यानि गुसलखाना है। अंदर पुरुष और स्त्रियों के लिये अलग-अलग गुसलखाने बने हुए हैं। सफाई भी उत्तम दर्जे की है। वहाँ युरिनल के अतिरिक्त एक टॉऐलेट भी है, जिसमें अंग्रेजी किस्म वाला कमोड लगा है। टिस्सू पेपर के साथ फलस करने के लिए जल की ब्यवस्था भी है। बाहर मेँ नल और बेसिन है, जहाँ हाथ धोया जा सकता है। भींगे हाथों को सुखाने के लिये हॉट एयर (गर्म हवा देने वाला) सूखक यंत्र या ब्लोवर लगा है। उसी रेस्ट रुम की ओर कार पार्किंग के लिये बड़ा-सा पिच किया हुआ मैदान है, जहाँ सौ से अधिक कारें खड़ी की जा सकती हैं।
माँये अपने नवजात शिशुओं को भी कार से ले आ सकती हैं। उन्हें स्टॉलर पर स्थापित कर खुद भी गुन गुनी ठंढी हवा में टहलने का आनन्द लेते हुए खुद को भी शान्त वातावरण के सुकून से दिलोदिमाग को भर सकती हैं।
हमलोग अपने पोते के साथ अपार्टमेंट से पार्क के लिये निकले। मेरा पोता चार साल का है। अपार्टमेंट से दायें होते हुए उत्तर-पूरब की तरफ ओक क्रीक को पारकर कारें चलती सडक के पास पहुँचे। वहाँ पार करने के लिए पोल पर लगे बटन को दबाया। ठीक सामने के पोल पर सडक पार करने का प्रतीक दिखा तभी सड़क पार किए। जैसे ही पार्क में पहुँचे ऋषभ ने दौड़ लगानी शुरु कर दी। दौड़ते हुए वह पास के बड़े मैदान में जहाँ बड़े-बड़े लडके फुटबॉल का अभ्यास कर रहे हैं, उस ओर जाने लगा। उसे पकड़कर वापस लाया गया। फिर दौड़ने के क्रम मेँ वह उधर ही दौड़ पड़ता था। आखिर मेँ उसे ले जाकर झूले पर बैठाना पड़ा, ताकि उसकी दौड़ लगाते हुए फुटबॉल मैदान की ओर भागने के क्रम को तोड़ा जा सके।
कभी-कभी बच्चों पर किसी भी नियंत्रण का क्रियान्वयन भी एक बड़ी चुनौती बन जाया करती है। जैसे ही उसे झूले से उतारा जाता, वह हमलोग सभी को गोलबन्द कर रिंग रिंग रोजेज ,,,कविता के उच्चार के साथ गोल गोल वृत्त मेँ दौड़ाने लगता। इसी खेल को खेलते हुए ना जाने कब शाम घिर आई पता ही नहीं चला। साढ़े आठ बजे हमलोग पार्क से वापस लौटे।
क्रमशः





























Tuesday, September 18, 2018

अमेरिका डायरी, इरवाइन, यू एस ए में 24 वाँ और 25 वाँ दिन (Day 24, 25)

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27-07-2018, इरवाइन, यू एस ए में 24 वाँ दिन (Day 24),

लॉस एंजेल्स के अतीत पर नज़र डालें, तो हमें सबसे पहला नाम समुद्री यात्री और खोजी (Maritime explorer), Juan Rodriguez Cabrillo का स्मरण आता है, जो 1542 मेँ स्पैनिश सम्राट के आदेश के तहत कैसे Southern California की धरती पर साम्राज्य स्थापित करते हुए, उत्तर की ओर बढते गए और नए स्पेन के लिये नई कालोनी की स्थापना मेँ सतत प्रयत्नशील रहे। उनके बाद सन 1769 में Gasparade Portola और संत फ्रांसिस ऑफ़ असीसी के क्रिश्चियन अनुयायी, जिन्हें Franciscan कहा जाता है, Juan Crespi के साथ लॉस एंजेल्स पहुँचे। 1771 मेँ Franciscan friar Junipero Serra ने Mission San Gabriel Arcangel, जो इस क्षेत्र में ईसाइयत के प्रचार के लिए पहला मिशन था, की स्थापना की।
सबसे पहले 1781 मेँ इस समूह के 44 settlers ने मिलकर "The town of Our Lady the queen of the Angels of Porceuncula " की स्थापना की। आज इस शहर मेँ अमेरिका का सबसे बड़ा रोम कैथोलिक Archido cese है। इन बसने वालों में दो तिहाई अफ्रीकन और स्थानीय तथा यूरोपियन माता पिता की संतानें थी।
यहाँ दशकों तक उनके आवास मैदान में, खेतों मेँ, छोटे-छोटे घरों जैसे ही रहे। आज भी pueblo settlement एक Historical Monument के रूप में लॉस एंजेल्स प्लाजा के रूप में LA के सबसे पुराने सेक्शन में शुमार होता है। यह शहर के केंद्र मेँ स्थित है जो 1781-1821 तक स्पैनिश के अधिकार मेँ, 1821-1847 तक मैक्सिकन के अधिकार मेँ और 1847 के बाद USA काए अधिकार मेँ रहा है।
1850 मेँ जब कैलिफ़ोर्निया USA का हिस्सा बन गाया, LA एक शहर के रूप में विकसित हुआ। 1880-1890 के बीच आबादी 11,200 से 50,400 तक पहुँच गई। जैसे-जैसे शहर बढ़ता गया, ब्यवसायिक और सांस्कृतिक केंद्र यहाँ से दक्षिण की ओर, इस प्लाजा से हटकर, spring स्ट्रीट और main street की ओर बनते चले गए।
प्लाजा और old paeblo (पुराने घरों) के चारो ओर के 44 एकड़ भूमि को ऐतिहासिक पार्क के रूप में विकसित किया गया। इसी मेँ Spring, Macy, Ala meda, Arcadia Streets और Cesar Chavez Boulvard (formerly Sunset Boulevard) स्थित हैं। इस district मेँ Los Angeles Church (1822), Avila Adobe(1818), the Olvera Street Market. और Old Plaza Fire Station (1884) बने हुए हैं। इन सभी पुराने मकानों को सुरक्षित रखते हुए अभी अजायब घरों(Museum) की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
LA के अतीत की इतनी जानकारी देने के बाद मैं बताता चलूँ कि आज आषाढ़ पूर्णिमा है, जिसे हिन्दू गुरू पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं। आज ही के दिन महाग्रंथ "महाभारत" के रचयिता ''वेद व्यास' का जन्म हुआ था। इस विशेष दिन को मनाने के लिए हमलोग फिर आज उसी स्टोरनुमा घर के अंदर मूर्तियों की स्थापना कर मन्दिर का रूप दिये गए मन्दिर मेँ गए।
वहाँ गुरू पर्व मनाया जा रहा था। एक तरफ "साईं महाराज, शिरडी वाले" को गुरू के रूप में स्थापित कर उनकी पूजा हो रही थी और घोषणाकार पण्डित जी अंग्रेजी और संस्कृत में उच्चारण कर मन्त्र बोले जा रहे थे। साथ ही पूजा विधि का निर्देश भी दे रहे थे। बीच-बीच मेँ मन्त्रों के संक्षिप्त अर्थ भी बताते चल रहे थे। काफी लोग वहाँ एकत्रित थे। हमलोग 9 बजे तक वहीं रहे। उसके बाद ही घर के लिये वापस चले। 
क्रमशः
28-07-2018, इरवाइन, यू एस ए में 25 वाँ दिन (Day 25)
आज मैं चिन्मय के साथ कार से नज़दीक ही Tustin County मेँ स्थित कार के सर्विस स्टेशन गए। वहाँ भी कार की सर्विसिंग की वही पद्धति है जो हमारे यहाँ के मुख्य ब्रांड के कारों के सर्विस केन्द्रों मेँ होता है। यानि एक सर्विस इंजीनियर द्वारा कार का मुआयना, अर्थात डेंट या खरोंच आदि को चिन्हित किया जाना और उसके बाद ग्राहक से पूछ ताछ कि क्या कोई और भी दिक्कत है, जो कहना चाहते हों। इन सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद हमें 1:30 बजे आने को कहा गया। इस निशान का सर्विस स्टेशन काफी बड़ा था। यहाँ 20 कारों की सर्विसिंग एक साथ की जा सकती थी।
हमलोगों के पास डेढ़ घन्टे का समय था, जिसे Tustin के पास ही स्थित बाज़ार केंद्र के घूमने में बिता सकते थे। इसलिए उसी तरफ पैदल ही निकल पड़े। रास्ते मेँ कई कार ब्रांडों जैसे Nissan Infinity, Honda, Toyota जैसे जापानी कारों के साथ Ford, Ford Mustang, Chevrelette, Hyundai, BMW, Volksvagon, Audi, Mercedez Benz, Mazda और Jaguar Range Rover आदि के सर्विस स्टेशन थे। साथ ही यूज़्ड कार के भी सेल्स स्टेशन थे। परंतु वहाँ Suzuki, Mahindra या Tata की ही कोई कार देखी और ना ही किसी मॉडल की कार ही देखी। हाँ, Jaguar Brand जिसे Tata Motors ने खरीद लिया है, उसका सर्विस स्टेशन अवश्य था। मैं चुकिं यहाँ Hyundai की कार चलाता हूँ, इसलिए उसके सर्विस स्टेशन की तस्वीरें उतारीं।
आगे बढकर रोड पार करना पड़ा। पैदल चालकों को रोड पार करने के लिए रोड के किनारे के पोल पर लगे बटन को दबाना पडता है। थोड़ी देर बाद पार करने के निशान के साथ कितना देर में पार करना है, इसका भी डिस्प्ले आता है। अगर आप निर्देशित समय के समाप्त होने पर भी पग चलन पथ पर हैं, तो कोई भी वाहन उसे पार नहीं कर सकेगा।
हमलोग Tustin बाज़ार केंद्र पर पहुँचकर विभिन्न उत्पादों की स्टोर देखे। वहाँ एक पूरा स्टोर सिर्फ खेल सामग्रियों का था। एक स्टोर सिर्फ़ पालतू पशुओं के खाने से लेकर उनके घर आदि खड़े करने के सारे उपकरण मौजूद थे। एक पूरा स्टोर सर्फ वस्त्रों का था। हमलोग Ross मॉल के अंदर गए। बाहर कफ़ी गर्मी थी। अंदर मेँ जाना पहचाना पेय खरीदकर प्यास बुझाने की सोच ही रहे थे, कि पैक्ड नरियल पानी की टेट्रा पैक की बोतल खरीदी। हमलोगों बाहर निकलकर नारियल पानी से अपनी प्यास बुझायी। करीब तीन बजे हमलोग वापस निसान के सर्विस स्टेशन पहुँच गए। करीब 20 मिनट इंतज़ार के बाद कार तैयार
खड़ी थी।
हमलोग वापस आकर खिचड़ी का लुत्फ उठाये। थोड़ी देर विश्राम के बाद अपराह्न करीब 7 बजे Balboa beach Island जाने का विचार हुआ। मौसम आज खुला था, सप्ताहांत भी था, इसलिए इस समुद्री तट की ओर जाने वाले भ्रमणार्थियों की संख्या अधिक थी। बीच के काफी पहले से ही कारों का कारवाँ धीमी गति से बढ़ रहा था।
इस बीच या आइलैंड का नाम Vasco Nunez de Balboa नामक स्पैनिश समुद्री खोजी यात्री के नाम पर पड़ा है। उसने 1513 ई में युरोप के लिए प्रशांत महासागर के मार्ग की खोज की थी। Balboa Island, Newport Beach, California में हार्बर साइड मेँ स्थित एक कम्युनिटी है। यह कंक्रीट से बने चौड़े चलन-पथ से घिरा है, जिसे पैदल चलने वालों के लिए खोल दिया गया था। यह द्वीप तीन कृत्रिम द्वीपों द्वारा बना है, जिसे Newport हार्बर मेँ ही बनाया गया है।
द्वीप का बड़ा हिस्सा, पूर्व की ओर से द्विपथी पुल द्वारा और छोटा छोटे हिस्सों से और छोटा Collins Isle उत्तर-पश्चिम से Balboa से जुड़ा है। वस्तुत: Balboa Island एक कीचड़-मिट्टी भरा दलदली क्षेत्र था, जिसे 1860 ई मेँ James Mc Fadden अपने भाई Robert के साथ खरीदा था। उसने यहाँ की मिट्टी और कीचड़ को हटाकर इसे बड़े घाट (wharf) मेँ तब्दील किया था। तबसे इसे और भी खूबसूरत बीच में विकसित करने मेँ कई लोगों का योगदान रहा और यह पूरा-का-पूरा शहर एक बीच रेसोर्ट के रूप में शैलानियों के लिए आज की स्थिति में पहुँचा।
कार की पार्किंग खोजने में देर हुई। पेड पार्किंग जो एक घन्टे के लिए उपलब्ध था, वहाँ पार्किंग किया गया। पार्किंग के पास से ही लकड़ी के खम्भों पर खड़े बड़े से पुल जिसे pier कहा जाता है, के तरफ बढ़े। यह समुद्र के अंदर तक आधा कि मी तक घुसा हुआ है। हमलोग उस pier से होकर उसके अन्तिम छोर तक गए। अन्तिम छोर पर एक जलपान गृह भी था, जहाँ seafood और शराब के विभिन्न ब्रांडों की उपलब्धता थी। हमलोगों ने उस पुल से शाम मेँ समुद्र की लहरों में शहर की परछाईयों की तस्वीरें लीं।
हवाएँ तेज बह रही थीं और ठंढ भी बढ़ रही थी। इसके बावजूद भी लोग सामने के तट पर समुद्र स्नान का आनंद लेने मेँ मस्त थे। हमलोग 9:30 रात में वापस चले। तबतक ट्रैफिक मेँ भीड़भाड़ कम हो गई थी।
क्रमश:

Wednesday, September 12, 2018

अमेरिका डायरी, 27-07-2018, इरवाइन यू एस ए में 24 वाँ दिन (Day 24)

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27-07-2018, इरवाइन, यू एस ए में 24 वाँ दिन (Day 24),

लॉस एंजेल्स के अतीत पर नज़र डालें, तो हमें सबसे पहला नाम समुद्री यात्री और खोजी (Maritime explorer), Juan Rodriguez Cabrillo का स्मरण आता है, जो 1542 मेँ स्पैनिश सम्राट के आदेश के तहत कैसे Southern California की धरती पर साम्राज्य स्थापित करते हुए, उत्तर की ओर बढते गए और नए स्पेन के लिये नई कालोनी की स्थापना मेँ सतत प्रयत्नशील रहे। उनके बाद सन 1769 में Gasparade Portola और संत फ्रांसिस ऑफ़ असीसी के क्रिश्चियन अनुयायी, जिन्हें Franciscan कहा जाता है, Juan Crespi के साथ लॉस एंजेल्स पहुँचे। 1771 मेँ Franciscan friar Junipero Serra ने Mission San Gabriel Arcangel, जो इस क्षेत्र में ईसाइयत के प्रचार के लिए पहला मिशन था, की स्थापना की।
सबसे पहले 1781 मेँ इस समूह के 44 settlers ने मिलकर "The town of Our Lady the queen of the Angels of Porceuncula " की स्थापना की। आज इस शहर मेँ अमेरिका का सबसे बड़ा रोम कैथोलिक Archido cese है। इन बसने वालों में दो तिहाई अफ्रीकन और स्थानीय तथा यूरोपियन माता पिता की संतानें थी।
यहाँ दशकों तक उनके आवास मैदान में, खेतों मेँ छोटे-छोटे घरों जैसे ही रहे। आज भी pueblo settlement एक Historical Monument के रूप में लॉस एंजेल्स प्लाजा के रूप में LA के सबसे पुराने सेक्शन में शुमार होता है। यह शहर के केंद्र मेँ स्थित है जो 1781-1821 तक स्पैनिश के अधिकार मेँ, 1821-1847 तक मैक्सिकन के अधिकार मेँ और 1847 के बाद USA काए अधिकार मेँ रहा है।
1850 मेँ जब कैलिफ़ोर्निया USA का हिस्सा बन गाया, LA एक शहर के रूप में विकसित हुआ। 1880-1890 के बीच आबादी 11,200 से 50,400 तक पहुँच गई। जैसे-जैसे शहर बढ़ता गया, ब्यवसायिक और सांस्कृतिक केंद्र यहाँ से दक्षिण की ओर, इस प्लाजा से हटकर, spring स्ट्रीट और main street की ओर बनते चले गए।
प्लाजा और old paeblo (पुराने घरों) के चारो ओर के 44 एकड़ भूमि को ऐतिहासिक पार्क के रूप में विकसित किया गया। इसी मेँ Spring, Macy, Ala meda, Arcadia Streets और Cesar Chavez Boulvard (formerly Sunset Boulevard) स्थित हैं। इस district मेँ Los Angeles Church (1822), Avila Adobe(1818), the Olvera Street Market. और Old Plaza Fire Station (1884) बने हुए हैं। इन सभी पुराने मकानों को सुरक्षित रखते हुए अभी अजायब घरों(Museum) की तरह इस्तेमाल किया जाता है।
LA के अतीत की इतनी जानकारी देने काए बाद मैं बताता चलूँ कि आज आषाढ़ पूर्णिमा है, जिसे हिन्दू गुरू पूर्णिमा के रूप में मनाते हैं। आज ही के दिन महाग्रंथ "महाभारत" के रचयिता ''वेद व्यास' का जन्म हुआ था। इस विशेष दिन को मनाने के लिए हमलोग फिर आज उसी स्टोरनुमा घर के अंदर मूर्तियों की स्थापना कर मन्दिर का रूप दिये गए मन्दिर मेँ गए।
वहाँ गुरू पर्व मनाया जा रहा था। एक तरफ "साईं महाराज, शिरडी वाले" को गुरू के रूप में स्थापित कर उनकी पूजा हो रही थी और घोशणाकार पण्डित जी अंग्रेजी और संस्कृत में उच्चारण कर मन्त्र बोले जा रहे थे। साथ ही पूजा विधि का निर्देश भी दे रहे थे। बीच-बीच मेँ मन्त्रों के संक्षिप्त अर्थ भी बताते चल रहे थे। काफी लोग वहाँ एकत्रित थे। हमलोग 9 बजे तक वहीं रहे। उसके बाद ही घर के लिये वापस चले।
क्रमशः 

Sunday, September 9, 2018

अमेरिका डायरी, इरवाइन, यू एस ए में 22 वाँ, 23 वाँ दिन (Day 22, 23)

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25-07-2018, इरवाइन यू एस ए में 22वाँ दिन, (Day 22)
Tongva भी यहाँ की रहने वाली एक और प्रजाति है। स्पैनिश यात्रियों द्वारा LA (Los Angeles) की खोज 1542 में हुई थी। उसी समय यहाँ रहने वाली मूलनिवसियों की Tongva प्रजाति से उनका सम्पर्क स्थापित हुआ था। 1771 ई में जब स्पैनिश उपनिवेश के विस्तार को सुदृढ़ करने के लिए Mission San Gabriel Arcangel के तहत ईसाई मिशनरियों द्वारा प्रचार प्रसार शुरु हुआ, तभी इस प्रजाति से गहन सम्पर्क स्थापित करने की कोशिश शुरु हुई।
इसी समय पुरानी बीमारियों के फैलने की आशंका जताकर Tongva आबादी को जबर्दश्ती दूसरे जगहों पर स्थानांतरित किया जाने लगा। उसी समय 1821 मेँ स्पैनिश शासन विस्तार के विरोध के स्वर के रूप Toypurina नामक स्त्री नेता का उदय हुआ।
वे Tongva-Gabrielino नामक tribe की Native American स्त्री थी, जिसने स्पैनिश मिशनरियों द्वारा कैलिफ़ोर्निया के औपनिवेशिक अधिकार क्षेत्र के बढ़ाने के विरुद्ध एक विद्रोह का नेतृत्व किया था। 1760 मेँ जन्मी Toypurina जब 9 साल की हुई, तब उसने स्पैनिश उपनिवेशवादियों द्वारा Los Angeles Basin मंं पैठ जमाने की शुरुआत हो चुकी थी। धीरे-धीरे Toypurina एक सशक्त आध्यात्मिक गुरु के रूप में उभरी, जिसे उसकी बहादुरी और विद्वत्ता के लिये लोगों के बीच आदर दिया जाने लगा।
वह वक्तृत्व कला मेँ निपुण थी। वह कई स्थानों जहाँ Tongva भाषा का प्रयोग किया जाता था, मेँ काफी लोकप्रिय हौ गई थी। उसकी प्रसिद्धी Santa Catalina Island से San Bernardino Mountains के पूर्वी किनारों तक तेजी से फैलती चली गयी। बाकी अन्य मूलनिवासियों के नेताओं की तरह वह भी स्पैनिश मिशनरियों को मूलवासियों के अस्तित्व के लिए एक खतरा मानती थी। उसने एक नौसिखिये Nicolas Jose के साथ कई गाँवों के लोगों को विद्रोह के लिये और स्पैनिश निवासियों को खत्म करने की नीयत से आक्रमण की योजना बनायी थी। स्पैनिशों मेँ एक सिपाही जो स्थानीय लोगों की भाषा को समझता था, उसने स्पैनिशों को इस विद्रोह के बारे में आगाह कर दिया। आक्रमण की रात को Tongva मूलवासी Native Americans तीरों से लैस होकर स्पैनीशों पर आक्रमण के लिए आगे बढ़ रहे थे। Toypurina बिना कोई हथियारों के वहाँ लोगों की हौसला-अफजाई के लिये आयी थी, लेकिन उसे और अन्य तीन अगुआई कर रहे लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद Toypurina का क्या हुआ? आगे,,,


26-07-2018, इरवाइन यू एस ए में 23 वाँ दिन, (Day 23)

मित्रों, कल की कहानी के बाद:
Tongva मूलवासियों द्वारा विदेशी settlers के विरुद्ध विद्रोह की अगुआई करने वाली महिला Toypurina और उसके एक और साथी Nicolas Jose को स्पैनिश सेना द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद मिलिट्री बोर्ड के सामने प्रस्तुत किया गया। उसके सामने उन्न्होने कहा, "हाँ, मैने अपने समुदाय के लोगों को कहा था कि मैं उन सारे लोगों के ऊपर क्रोधित हूँ जो हमारे पुरखों की जमीन पर अनाधिकार कब्जा कर बैठे हैं। " उससमय के गोवर्नर Pedro Fages ने Toypurina और Nocoles Jose को विद्रोह के नेतृत्व करने का दोषी पाया। उसे निष्काषित करने की सजा दी गयी थी। बाद में जब उसने ईसाइयत स्वीकार कर लिया, तो उसे यहाँ रहने की इजाजत मिली। फिर भी स्थानीय मूलवासी इण्डियन द्वारा स्त्रियों पर इसाई मिशनरियों द्वारा किए गए अत्यचार, भोजन के श्रोतों को बिनष्ट किए जाने और सबसे मुख्य उनकी जमीन पर बाहरियों के अनाधिकार प्रवेश और प्रवास के विरुद्ध किए जाने वाले विरोध के लिये उनका नाम जाना जायेगा।
Toypurina के 1787 में क्रिश्चियन baptism के बाद उनका नाम Pedre Miguel Sanchez, of Rezina (माने रानी या queen), हो गया। दौ वर्षों बाद Manuel Montero नामक स्पेनिश सोल्ज़र से शादी करने पर गोवर्नर द्वारा उसे जमीन मिली। उन्हें बाद मेँ तीन बच्चे हुए। मिशन का कार्य करते हुए ही 1799 मेँ Alta California में 39 साल की अल्प आयु मेँ उनकी मृत्यू हो गई। उसकी अपनी जिन्दगी मेँ ही LA क्षेत्र में कुपोषण और बाहर से आई बीमारियों के कारण, Tongva tribe वालों की संख्या 5000 से घटकर 1500 रह गई।
ऐसी ही बहुत सी कहानियाँ हैं, जो स्थानीय नस्ल और आबादी के ऊपर बाहरी उपनिवेशवादियों के अधिकार के विस्तार का बयाँ करती हैं।
इसतरह आपने देखा कि Native Americans का ईसाई मिशनरियों द्वारा सभ्यता के विकास के नाम पर उनको दी जाने वाली सुविधाओं के एवज मेँ उनका धर्म धारण करवाया गया।
क्रमश:

Wednesday, September 5, 2018

एकलब्य कह रहा,,,(कविता)

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एकलब्य कह रहा

एकलब्य कह रहा,
अपने गुरु से:
मैं समझता हूँ
उस गुरु की वेदना को,
अंतर्द्वंदों में छलनी होती
टूटते सिद्धान्तों और आचार संहिताओं की
विवशताओं से निर्धारित होती
जीवन यापन की परिकल्पना को।

जिस गुरु को अपनी ही संतान के लिए,
आंटे के घोल को रंग दे सफ़ेद
आभास देना पड़ा हो दुग्धपान के लिए।
जिस गुरु को सर्वश्रेष्ठ धनुर्विद्या में
निष्णात होने के उपरांत भी,
अपनी संतान को पिलाने को दूध,
मांगनी पड़ी हो अपने ही परम मित्र से,
कम - से - कम एक गाय की भिक्षा।
जिसे अपमान का दंश
विवशताओं के विषदंत
के बीच देनी पड़ी हो
परिवार के पालन की घोर परीक्षा।

उस गुरु के दरबारी गुरु
में बदल जाने में बहुत कुछ
भीतर - भीतर मरा है।
बहुत कुछ भीतर- भीतर
मारना पड़ा है।
जिसे नृप के अन्न से अपने
परिवार को पालकर
गुरुकुल चलाने की विसंगति
को झेलना पड़ा है,
जिसे न चाहकर भी
नृप परिवार के कुशल, अकुशल
उद्दंड, उच्छ्रंखल संतानों को
शिष्यरूप में स्वीकारना,
भाग्य की विडंबना हो।
उसे किसी  राजपरिवार के समर्पित,
निष्ठावान संतान को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर
बनाने की विवशता मैं समझ
सकता हूँ गुरुदेव।

आपने अपनी आत्मा के हवनकुंड में,
अपनी सांसों के साथ
हवन किया है अपने आत्मसम्मान का।
वरना आप भी महर्षि हरिद्रुम गौतम की तरह
एक सत्यभाषी बालक
जिसे अपनी माता के अतिरिक्त
पता नहीं उसका पिता कौन?
उसकी माता अपनी युवावस्था में कई
पुरुषों के संपर्क में आई
या थी लाई गई।
पुराण और उपनिषद है मौन।
उस बालक की सत्यता ही
थी उसका ब्राह्मण और ब्रह्मचर्य
होने का प्रमाण।

मैंने अपने समर्पण और निष्ठा
के बीच नहीं आने दी
महत्वाकांक्षा की विकृति को,
आपके प्रति सत्यता और एकाग्रता
ही थी आपके लिए मेरी आहुति
और हर सांस में व्रत और सम्मान।
क्या यही नहीं था मेरे ब्रह्मचर्य
और ब्राह्मण होने का प्रमाण?

आपने तो सिर्फ मेरा अंगूठा मांगा,
आप अगर मेरा यौवन, पौरुष, निष्ठा और
पूरा जीवन भी मांगते
तो आपके चरणों में समर्पित कर
देता अपनी सांस-सांस, प्राण-प्राण।
मुझे जितनी आत्मसंतुष्टि मिलती
शायद उतनी अभी नहीं मिल रही।
आप तो गुरु दक्षिणा लेने में भी
कृपणता और संकोच से घिर गए गुरुदेव।
इसका मलाल मुझे जीवन पर्यंत रहेगा,
मेरे गुरु ने गुरुदक्षिणा भी ठीक से नहीं मांगी।
मैं हतभाग्य शिष्य उन्हें
संतुष्ट भी नहीं कर सका।
संतुष्ट भी नहीं कर सका,
देकर मात्र अंगूठे का  दान...!

©ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र
दिनांक: 2-06-2017
वैशाली, सेक्टर4, दिल्ली एन सी आर।

नोट: महाभारत में वर्णित एकलब्य के प्रसंग की जब समीक्षा होती है, तो हर द्रष्टा को द्रोण के द्वारा गुरुदक्षिणा में  एकलब्य का अंगूठा मांग लेना ही दिखता है। इससे सीधा गुरु द्रोण का वह पूर्वाग्रह जुड़ा हुआ लगता है, जिससे वह अपने प्रिय शिष्य अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ धनुर्धर के रूप में स्थापित कर सकें। यहां इस कविता में एकलब्य, गुरु की विवशता के बारे में सोचता है, और बार-बार सोचता है। जब कोई धनुर्विद्या में निष्णात धनुर्धारी का पुत्र दूध के लिए बिलबिलाता है, तो उसके सारे सिद्धान्त और सामाजिक निष्ठाएं एक-एक कर धराशायी होने लगती हैं। एकलब्य अंगूठा दान के पहले गुरु की इस स्थिति को कैसे भांपता हुआ ब्यक्त करता है, आप देखें।
इसमें छान्दोग्य उपनिषद में वर्णित एक सत्यविद शिष्य सत्यकाम जाबाल की भी चर्चा है, जिसे ऋषि हरिद्रुमता गौतम ने सत्यभाषण के लिए उसे ब्राह्मण और ब्रह्मचर्य घोषित किया। जाबाली की माता का संबंध कई पुरुषों से था। कौन उसका पिता था, उसकी  माता नहीं जानती थी। इस सत्य को सीधे उसने गौतम ऋषि को बताया। गौतम ने उसकी सत्यनिष्ठा के कारण उसका नाम सत्यकाम रखा और उसे शिष्यवत अपने गुरुकुल में उसकी शिक्षा दी।
इस कविता का पाठ मैने "पेड़ों की छाँव तले रचना पाठ" के तत्वावधान में वैशाली सेन्ट्रल पार्क , दिल्ली एन सी आर मे आयोजित काव्य गोष्ठी में किया था, जिसका यू टयूब वीडियो का लिन्क नीचे दे रहा हूँ। इसमें शुरु में माँ दुर्गा की वन्दना है, उसके बाद इस कविता का पाठ है। ओडियो थोड़ा मद्धम स्वर में है, इसलिये ईयर फोन या हेड फोन लगाकर सुनें तो ज्यादा आनन्द आयेगा:

https://youtu.be/cdEyJlreS0o

Tuesday, September 4, 2018

अमेरिका डायरी, इर्वाइन, यू एस ए में 20 वाँ और 21 वाँ दिन ( Day 20, 21)

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23-07-2018, इरवाइन, यू एस ए में 20 वाँ दिन (Day 20)
आज सुबह की सैर पर नहीं जा सका। आज कुछ खास करने के लिए नहीं था, तो सोचा क्यों नहीं लॉस एंजेल्स के बारे में कुछ और जानकारी प्राप्त करने की कवायत की जाय।
लॉस एंजेल्स अमेरिका का न्यू यॉर्क के बाद दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाला शहर है।
ऐतिहासिक दृष्टि से लॉस एंजेल्स 1542 में स्पेन यात्री Juan Rodriguez Cabrillo द्वारा पता लगाया गया था। यह Alta California के अन्य जगहों के साथ क्लेम किया गया था। यह शहर 1781 में स्पेनिश गोवेर्नर Falipe de Neve ने अधिकारिक तौर पर इसकी स्थापना की थी। 1821 में Maxican War of Indipendence के बाद यह मैक्सिको का हिस्सा बन गया। इसके बाद मैक्सिकन-अमेरिकन वार हुआ जिसमें लॉस एंजेल्स और कैलिफ़ोर्निया के अन्य हिस्से Treaty of Guadalupe Hidalgo के अन्तर्गत यूनाईटेड स्टेटस ने इसे कैलिफोर्निया के साथ मैक्सिको से खरीद लिया। इसतरह यह अमेरिका का हिस्सा बन गया।
Pre Colonial Period:
यहाँ स्पेनिश समुद्री यात्रियों के आने के पहले यहाँ के मूलवासियों को Chumash कहा जाता था। वे Native American कहलाते हैं। वे अभी के उत्तर के Morro Bay में स्थित San Luis Obispo, Santa Barbara, Ventura और Los Angeles से लेकर दक्षिण में Molibu तक में निवास करते हैं। (विकीपेडिया से प्राप्त तस्वीर यहाँ साभार सन्लग्नित है)
मूलवासी यहाँ के समुद्री तट के आसपास ही रहते आये हैं। उनके लिए भोजन की ब्यवस्था समुद्री जीवों से हो जाया करती थी। यह क्षेत्र अत्यधिक ठंढा प्रदेश नही है। इसलिए भोजन की ब्यवस्था हो जाने पर उनका जीवन यापन अधिक कठिन नहीं था। कहा जाता है कि वे इसा पूर्व 13000 वर्षों से यहाँ रहते आ रहे है। भूमध्यसागरीय जलवायु भी उनके जीवन को संचालित करने में मददगार ही रहे होंगें।
क्रमश:
24-07-2018, इरवाइन, यू एस ए, 21 वाँ दिन (Day 21)
कल की डायरी के पन्ने में मैने लॉस एंजेल्स के Pre Colonial Preiod पर दृष्टिपात किया था। हम यहाँ जानेंगें कि बाहर से आनेवाले समुद्री यात्रियों ने यहाँ के मूलवासियों (Chumash)
के साथ मिलकर कैसे यहाँ की मिलिजुली सभ्यता का विकास किया।
युरोप से आये maritime sailors ने अपने देश की विस्तारवादी और उपनिवेशवादी नीतियों के तहत यहाँ कोलोनियों की स्थापना और उनका विकास शुरु किया। अगर हमलोग 1771 के पहले की बात करें तो इसे pre colonial era, जो स्पैनिश/पुर्तगाली समुद्री यात्रियों के आने का समय कहा जायेगा।
समुद्री यात्री और खोजी पुर्तगाली या स्पैनिश (उनकी जन्मभूमि पर अभी भी विवाद है) Juan Rodiriguez Cabrillo (1542) दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया को स्पैनिश साम्राज्य को अधिकार क्षेत्र में ला चुके थे। Gaspar de Portola, जो स्पैनिश अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के लिए कमाण्डर के तौर पर नियुक्त किए गए थे, ने San Diego पर अपना अधिकार स्थापित कर आगे उत्तर की ओर बढ़ने का निर्णय लिया। Portola अपने अभियान में जब चलते थे, तो उनके दल के घोड़े भी पाँव तक चमड़े के आवरण से ढँके रहते थे, ताकि रास्ते के झाड़ झन्खाड़ और काँटों से घोड़े घायल नहीं हो जाँय। वे शायद पहले यूरोपियन थे, जिन्होने San Franscisco Bay को देखा था। वे Baja California Pennisuala (San Diego से दक्षिण), जो Mainland Maxico से Gulf of California और Colorado नदी से अलग किया जाता है, चार मरुस्थलों San Felipe, Central Coast Desert, Vizcaino Desert और Magdalina Plain Desert से घिरा है।
कैलिफ़ोर्निया का क्षेत्र युरोप और पूरे संसार के लिए एक पहेली की तरह था। स्पेनिश लेखक Garci Rodriguez de Montalao के 1510 ईस्वी में लिखे रोमांटिक उपन्यास में Island of California को Indies के पश्चिम मे पृथ्वी के स्वर्ग के रूप में वर्णित किया गया है, जहाँ कृष्णवर्ण, गठीले बदन और सुपुष्ट वक्षों वाली सुंदरियाँ अकेली ही रहती थी। उनके साथ कोई भी पुरुष नहीं रहता था। वे Amazons की तरह रहती थीं, जो योद्धा थीं, आक्रामक और पाशविक थीं और युद्ध करना जिनके लिए खिलवाड़ की तरह था।
उन्हीं की पुस्तक की कहानियों से प्रभावित होकर और पृथ्वी पर स्वर्ग की खोज में Hernan Cortes ने उस स्वर्ग की खोज में कई यात्राएँ की, जिसमें क्यूबा और और बाद में Gulf of California की खोज की। बाद में उसने देखा कि कैलिफ़ोर्निया एक pennisula है। उसने उत्तर की ओर की धरती का नाम Las Carlifornia रखा जिसमें अभी के Baja California और Alta California शामिल थे। उसी क्षेत्र में आजकल California, Nevda, Utah, Arizona, Colorado और Wyoming के कुछ क्षेत्र आते हैं।
क्रमश:

माता हमको वर दे (कविता)

 #BnmRachnaWorld #Durgamakavita #दुर्गामाँकविता माता हमको वर दे   माता हमको वर दे । नयी ऊर्जा से भर दे ।   हम हैं बालक शरण तुम्हारे, हम अ...