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Monday, September 7, 2020

गुरु के महत्व पर दोहे (कविता)

 #BnmRachnaWorkd

#poemtoteachers










गुरु के महत्व पर दोहे

1
गुरु - चरणों की धूल हैैं, नयन - अंजन समान।
आँखें रोग मुक्त रहे, दोष रहित हो ज्ञान।।

2
गुरु कृपा हो जाय जहाँ, मिटे विवेक - विकार।
लोभ, मोह, मत्सर धुलें, , निर्मल बनें विचार।।

3
जीवन में आगे बढ़ें, ईश कृपा है साथ।
ईश्वर की शक्ति मिले, सिर पर गुरु का हाथ।।

4
मिट जाते अज्ञान सब, फैले ज्ञान - प्रकाश।
गुरु की कृपा रहे सदा, भीतर भरे उजास।।

©ब्रजेन्द्रनाथ √

11 comments:

Meena sharma said...

गुरु का गुणगान करते सुंदर दोहे।

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीया मीना शर्मा जी, आपके प्रशंसा के शब्द मेरे द्वारा दोहे लिखने के प्रयास को आश्वस्ति प्रदान करते हैं। आपका हृदय तल से आभार। आप मेरे ब्लॉग के अन्य रचनाओं को पढ़कर अपने बहुमूल्य विचारों से अवगत कराएं। आप इस लिंक पर मेरी प्रकाशित धारावाहिक उपन्यास "तीखा मोड़" (वेब सीरीज के लिए) पढ़ें और अपने विचारों से अवगत कराएँ:
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ब्रजेन्द्रनाथ

Kamini Sinha said...

गुरु सत्ता को सत-सत नमन,गुरुगान करती सुंदर रचना,सादर नमन आपको

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' said...

लयभंग दोहे हैं मित्र।
किसी योग्य दोहाकार से अपने दोहे सही करवा लिया करो।

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीय डॉ रूपचंद्र शास्त्री "मयंक" सर, आपका सुझाव सराहनीय है। अभी दोहे लिखना सीख रहा हूँ। मैं विज्ञान का विद्यार्थी रहा हूँ, इसलिए थोड़ा समय लगेगा। मैंने अभी मात्राभार सीखा है। आपके सुझाव के लिए हृदय तक से आभार। सादर!
ब्रजेन्द्रनाथ

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीया कामिनी सिन्हा जी, आपके सराहना के शब्द मेरे लिए पारितोषिक की तरह हैं। हृदय तल से आभार!
आप मेरे ब्लॉग की अन्य रचनाओं पर भी अपने बहुमूल्य विचारों से अवश्य अवगत कराएँ। आप इस लिंक पर जाकर अमेज़न किंडल पर प्रकाशित मेरे कविता संग्रह "कौंध" को पढ़ें और अपने विचारों से अवगत कराएं।
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https://youtu.be/diIk5UQTOnw
ब्रजेन्द्रनाथ

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीय डॉ रूपचंद्र शास्त्री "मयंक" सर, मेरी इस रचना को कल 09-09, दिन बुधवार के चर्चा मंच में शामिल करने के लिये हार्दिक आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ

मन की वीणा said...

गुरु महिमा पर सुंदर सार्थक दोहे, सुंदर शिल्प सुंदर भाव ।

Marmagya - know the inner self said...

आ कुसुम कोठारी जी, नमस्ते👏!
आपके उत्साहवर्धक उदगारों से अभिभूत हूँ। आपका हृदय तल से आभार। आपका नाम मैने अपने ब्लॉग के रीडिंग लिस्ट में जोड़ दिया है। आप भी मेरा ब्लॉग का लिंक: marmagyanet.blogspot.com अपने रीडिंग लिस्ट में जोड़ दें। आप मेरे ब्लॉग की अन्य रचनाओं पर भी अपने बहुमूल्य विचारों से अवश्य अवगत कराएँ।
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https://youtu.be/Q2FH1E7SLYc
ब्रजेन्द्रनाथ

गोपेश मोहन जैसवाल said...

गुरु बिन मिले न ज्ञान !

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीय गोपेश मोहन जैसवाल जी, आपके सकारात्मक उदगार से अभिभूत हूँ। सादर आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ

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