#BnmRachnaWorld
#Tourtojammukashmir
23-05-2018, बुधवार, यात्रा का दूसरा दिन, Day 2
सुबह कटरा स्टेशन पर उतरने के बाद एलेवेटर से सामान सहित उपर टैक्सी स्टैंड तक पहुँचकर टैक्सी से वरुण होटल में 2 घन्टा इन्तजार के बाद कमरा ना, 407 आबंटित हुआ। कमरे की सफाई हो ही रही थी कि हमलोग अपने सामान के साथ कमरे में घुस गये। सफाई कर्मचारी ने कहा कि सभी लोग 414 नम्बर कमरे की सफाई में ब्यस्त है, क्योंकि वहां कोई बड़े पुलिस अधिकारी के रिस्तेदार आने वाले हैं। यह VIP culture को पोषित करना उस देश में कब बंद होगा?
आखिर हमारे सामान को हटा हटा कर सफाई हुआ। बैड रोल पहले ही बदल दिया गया था। हमलोग नहा धोकर तरो ताजा होने के बाद यात्रा को ओर्दिनेटोर के अपने कूक मण्डली से बनाया खाना हमलोगों ने लिया। कार्यक्रम के अनुसार आज विश्राम के बाद हमलोगों को वैष्णो देवी के दर्शन के लिये पर्वत पर जाना था।
हमलोग विश्राम कर ही रहे थे कि समाचार आया कि यात्रा बंद कर दी गयी है। उपर पर्वत पर आरोहण पथ में कही आग लग गयी थी। हमलोगों ने अपने होटल के कमरे की खिडकी से ही झांक कर देखा यो पर्वत के ऊपरी धरातल पर धुआं उठता हुआ दिखाई दिया। हमलोगों की उत्सुकता बढी, तो फिर नीचे जाकर सडक पर जैसे हे बढे, धुआँ और आग दोनों दिख पड़ा। अब तो लगने लगा कि वैष्नो देवी श्राईन की यात्रा असम्भव है। हमलोग माँ का नाम लेते हुये, शाम को हमलोग निकले और नज़दीक के काऊंटर न 2 के पास जाकर देखा। लोग अपने सारे सामान के साथ इन्तजार करते दिखे। लाईन लगाना बेकार था। सुबह 5 बजे काउन्टर खुलता था। उससमय भी पर्ची कटेगी या नहीं, इसकी कोई निश्चितता नहीं थी। विचार हुआ की कल अल्ल्सुबह ही आकर कोशिश की जायेगी।
नोट: मैं कतरा स्टेशन की तस्वीर भी दे रहा हूँ। इसकी तुलना एक आधुनिक स्टेशन से की जा सकती है।
क्रमश:
#Tourtojammukashmir
23-05-2018, बुधवार, यात्रा का दूसरा दिन, Day 2
सुबह कटरा स्टेशन पर उतरने के बाद एलेवेटर से सामान सहित उपर टैक्सी स्टैंड तक पहुँचकर टैक्सी से वरुण होटल में 2 घन्टा इन्तजार के बाद कमरा ना, 407 आबंटित हुआ। कमरे की सफाई हो ही रही थी कि हमलोग अपने सामान के साथ कमरे में घुस गये। सफाई कर्मचारी ने कहा कि सभी लोग 414 नम्बर कमरे की सफाई में ब्यस्त है, क्योंकि वहां कोई बड़े पुलिस अधिकारी के रिस्तेदार आने वाले हैं। यह VIP culture को पोषित करना उस देश में कब बंद होगा?
आखिर हमारे सामान को हटा हटा कर सफाई हुआ। बैड रोल पहले ही बदल दिया गया था। हमलोग नहा धोकर तरो ताजा होने के बाद यात्रा को ओर्दिनेटोर के अपने कूक मण्डली से बनाया खाना हमलोगों ने लिया। कार्यक्रम के अनुसार आज विश्राम के बाद हमलोगों को वैष्णो देवी के दर्शन के लिये पर्वत पर जाना था।
हमलोग विश्राम कर ही रहे थे कि समाचार आया कि यात्रा बंद कर दी गयी है। उपर पर्वत पर आरोहण पथ में कही आग लग गयी थी। हमलोगों ने अपने होटल के कमरे की खिडकी से ही झांक कर देखा यो पर्वत के ऊपरी धरातल पर धुआं उठता हुआ दिखाई दिया। हमलोगों की उत्सुकता बढी, तो फिर नीचे जाकर सडक पर जैसे हे बढे, धुआँ और आग दोनों दिख पड़ा। अब तो लगने लगा कि वैष्नो देवी श्राईन की यात्रा असम्भव है। हमलोग माँ का नाम लेते हुये, शाम को हमलोग निकले और नज़दीक के काऊंटर न 2 के पास जाकर देखा। लोग अपने सारे सामान के साथ इन्तजार करते दिखे। लाईन लगाना बेकार था। सुबह 5 बजे काउन्टर खुलता था। उससमय भी पर्ची कटेगी या नहीं, इसकी कोई निश्चितता नहीं थी। विचार हुआ की कल अल्ल्सुबह ही आकर कोशिश की जायेगी।
नोट: मैं कतरा स्टेशन की तस्वीर भी दे रहा हूँ। इसकी तुलना एक आधुनिक स्टेशन से की जा सकती है।
क्रमश:
1 comment:
जम्मू कश्मीर की यात्रा की जो शुरुआत माता वैष्णो देवी के दर्शन से होना था, उसमें यात्रा पथ पर अग्नि संचार के कारण उत्पन्न ब्यवधान से कैसे निजात पाकर यात्रा आगे जारी रही, यह वृत्तांत को और भी कौतुहलपूर्ण बना दे रहा है। अवश्य पठनीय!
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