#BnmRaachnaWorld
#पत्नीवन्दना #poemforwives
मेरी यह कविता मेरे यूट्यूब चैनल के marmagya net के नीचे दिए गए लिंक पर मेरी आवाज में सुनें। चैनल को सब्सक्राइब करें, यह बिल्कुल फ्री है। यह शुद्ध साहित्यिक रचनाओं का एक्मात्र हिंदी यूट्यूब चैनल है।
यूट्यूब लिंक:
https://youtu.be/SGt9W7Uka8w
पत्नियाँ महान हैं
(पत्नी वंदना)
पत्नियाँ महान हैं, पत्नियाँ महान हैं।
पत्नियाँ घर की आन - बान औ' शान हैं।
पतियों तुम बदलो न चाल हर घड़ी,
तुमपे जिम्मेदारियाँ आन है पड़ीं।
परिवार को समृद्ध और यशस्वी बनाना,
पतियों को साधना रत और तपस्वी बनाना।
इसलिए पत्नियों के हाथ में तेरी कमान है।
पत्नियाँ महान हैं, पत्नियाँ महान हैं।
पतियों को काम दे दिया, काम पर चलो।
आलस का करो त्याग, आराम मत करो।
तुम्हारी चेतना बनकर पत्नियाँ जी रहीं,
अमृत संचयन के लिए विष भी पी रही।
पतियों तुम्हें जीतना सारा जहान है।
पत्नियाँ महान हैं, पत्नियाँ महान हैं।
है चलानी घर की गाडी, मत रुको, मत ठुको।
पत्नी की बात मानो, थोड़ा - थोड़ा तो झुको।
पत्नी की डाँट चुपचाप जो सुनकर रहोगे।
जीवन में असीम शांति का अनुभव करोगे।
पत्नियों के बिना जीवन वीरान है।
पत्नियाँ महान हैं, पत्नियाँ महान हैं।
करवा चौथ, वट सावित्री, तीज व्रत करती, तेरे लिए,
तुमभी उनकी सेवा करो, उनकी सेहत के लिए।
उनके बल पर ही तू सफल हुआ।
दुर्भाग्य का हर संकट विफल हुआ।
तेरे लिए उनका जीवन कुर्बान हैं।
पत्नियाँ महान हैं, पत्नियाँ महान हैं।
©ब्रजेंद्रनाथ
🏳️🌈
8 comments:
नमस्ते,
आपकी इस प्रविष्टि के लिंक की चर्चा सोमवार (24अगस्त 2020) को 'उत्सव हैं उल्लास जगाते' (चर्चा अंक-3803) पर भी होगी।
--
चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्त्वपूर्ण अंश दिया जाता है।
जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाए।
--
हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
--
-रवीन्द्र सिंह यादव
आदरणीय रवींद्र सिंह यादव जी,नमस्ते!चर्चा अंक में मेरी इस रचना के चयन करने के लिए हृदय तल से आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ
सुन्दर
बहुत सुंदर रचना
आदरणीय सुशील कुमार जोशी जी,नमस्ते!आपकी सराहना से बहुत प्रोत्साहन मिला है। हार्दिक आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ
आदरणीया अनुराधा जी, आपने मेरी रचना पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देकर मेरा उत्साहवर्धन किया, इसके लिए हृदय तल से आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ
बेहतरीन प्रस्तुति
वाह!!!
आ सुधा देवरानी जी, नमस्ते! आपकी उत्साहवर्धक टिप्पणी से अभिभूत हूँ। हार्दिक आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ
Post a Comment