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Friday, July 10, 2020

मास्क की हिंदी परिभाषा (कविता) हास्य व्यंग्य

#BnmRachnaWorld
#मास्क की हिंदी#hindiofmask
#कीटाणुबाधक#विषाणुरोधक#वस्त्रडोरियुक्त#मुखपट्टिका






















मास्क की हिंदी परिभाषा

मै मास्क लगाए,
मुँह छुपाए,
सोच रहा था,
क्या हो सकता है,
इसका हिंदी में अर्थ?
शब्दों से व्याकरण तक,
छन्दों से अलंकरण तक।
नहीं हो रहे समर्थ।

किसी ने मुँह खोला,
मास्क के अंदर ही अंदर,
शब्दों को तोला।
उसमें झंकार लगाया,
अलंकार का चमत्कार लगाया।
शब्दों को पान जैसा चबाकर,
ज्ञान की गगरी से,
बुद्धि की बूंदों को छलकाकर,
उन्हें संयोजित किया,
संदर्भानुसार समायोजित किया,
जुबान की जुम्बिश से,
शब्दों के दीपक में
जलाई बातों की वर्तिका,
बोला "मुख पट्टिका'।

मैंने पूछा
इसमें वस्त्र के साथ
एक और वस्तु लगी है
डोरी भी बंधी है।
यह परिभाषा ठीक नहीं बैठती
संपूर्णता का चित्र नहीं गढ़ती।
मस्तिष्क पर जोर और दें,
शोध को एक नई ठौर दें।

तब उन्होंने जो बताया
उससे नया कुछ निकलकर आया।
कीटाणुबाधक,
विषाणुरोधक,
वस्त्रडोरीयुक्त मुखपट्टिका।
मास्क का यह अनुवाद,
सबों को भाया।

अब साड़ी, या सलवार से मैच करती,
पेंट या शर्ट से कंट्रास्ट रखती।
शोभित हो रही साधिका,
कोरोना युग की आराधिका।
क्षण क्षण सजती है मल्लिका।
पल पल सँवरती है अम्बिका,
शर्मीली, छबीली अम्बालिका।
मुख पर सजाती, खुद को सँवारती,
कीटाणुबाधक, विषाणुरोधक,
वस्त्रडोरियुक्त मुखपट्टिका!
वस्त्रडोरियुक्त मुखपट्टिका।

©ब्रजेन्द्रनाथ




10 comments:

Kamini Sinha said...


वाह!! बहुत खूब सर,बिलकुल सही नामकरण, सादर नमन आपको

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीया कामिनी सिन्हा जी, मेरी रचना पर उरसाहवर्धक प्रतिक्रिया देने के लिए हृदय तल से आभार।--ब्रजेन्द्रनाथ

रेणु said...

वाह ! आदरणीय सर ,
आपने जो दिमाग भिड़ाया ,
उसका बहुत सुखद परिणाम आया ,
दिमागी कसरत से उपजा
शब्दकोश में नया शब्द आया !!!!
सार्थ शब्द मुख पट्टिका | मुझे फेसबुक पर एक और रोचक शब्द ज्ञात हुआ -- मुख लंगोटी !हार्दिक शुभकामनाएं और आभार |

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीया रेणु जी, रचना का केंद्रीय भाव समझते हुए मेरे हास्यात्मक अंदाज में प्रस्तुत मेरी कविता पर सार्थक समीक्षा प्रस्तुत की है। आपका हृदय तल से आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ

Kamini Sinha said...

सादर नमस्कार ,

आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (14 -7 -2020 ) को "रेत में घरौंदे" (चर्चा अंक 3762) पर भी होगी,
आप भी सादर आमंत्रित हैं।
---
कामिनी सिन्हा


Marmagya - know the inner self said...

आदरणीया कामिनी सिन्हा जी, मेरी इस रचना को चर्चा अंक में शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ

Anuradha chauhan said...

तब उन्होंने जो बताया
उससे नया कुछ निकलकर आया।
कीटाणुबाधक,
विषाणुरोधक,
वस्त्रडोरीयुक्त मुखपट्टिका।
मास्क का यह अनुवाद,
सबों को भाया।
वाह बेहतरीन रचना आदरणीय 👌

Rakesh said...

😆😆😆 सर बहुत खूब रचना

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीय (हिंदी गुरु), आपके उत्साहवर्धक उदगार से अभिभूत हूँ। सादर आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ

Marmagya - know the inner self said...

आदरणीया अनुराधा चौहान जी, आपके उत्साहवर्धक उदगारों से अभिभूत हूँ!सादर आभार!--ब्रजेन्द्रनाथ

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